School Holiday India 2025 पिछले कुछ दिनों से पड़ रही भीषण गर्मी और लू को देखते हुए जिला प्रशासन ने स्कूलों को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है। नई अधिसूचना के अनुसार, बिजली का झटका लगने पर कक्षा 1 से 8 तक के सभी छात्रों के लिए स्कूल बंद करने का आदेश जारी किया गया है।
इस फैसले का मुख्य उद्देश्य बच्चों के स्वास्थ्य की रक्षा करना है, क्योंकि पिछले कुछ दिनों में कई बच्चों के बीमार पड़ने की खबरें आई हैं। गर्मी और लू से राहत न मिलने के कारण यह कदम उठाया गया है।
लू: लगातार बढ़ रहा है तापमान, प्रशासन को सलाह
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, कई राज्यों में तापमान 44 से 46 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच गया है। ऐसे में बच्चों को स्कूल जाते समय स्वास्थ्य संबंधी जोखिम का सामना करना पड़ सकता है। यही वजह है कि सरकार ने स्कूलों को फिर से बंद करने के निर्देश जारी किए हैं।
कब से कब तक बंद रहेंगे स्कूल? School Holiday India 2025
आदेश प्रभावी तिथि | 27 जुलाई 2025 |
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बंदी की अवधि | अगले आदेश तक |
प्रभावित कक्षाएँ | कक्षा 1 से 8 तक |
प्रभावित संस्थान | सरकारी, प्राइवेट, सीबीएसई, आईसीएसई, राज्य बोर्ड |
किन राज्यों में लागू हुआ यह निर्णय?
इस निर्णय को खास तौर पर उन राज्यों में लागू किया गया है जहाँ मौसम विभाग द्वारा हीटवेव अलर्ट जारी किया गया है:
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उत्तर प्रदेश
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बिहार
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मध्य प्रदेश
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राजस्थान
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झारखंड
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छत्तीसगढ़
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हरियाणा
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पंजाब
इन राज्यों में कई जिलों के प्रशासन ने स्कूलों को बंद करने की घोषणा कर दी है।
स्कूल खुलने की संभावित तारीख
प्रारंभिक तौर पर स्कूलों को 25 से 29 जुलाई के बीच खोले जाने की योजना बनाई गई थी, लेकिन मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए यह तारीख अब आगे बढ़ा दी गई है।
नई तारीख की घोषणा प्रशासन द्वारा मौसम की समीक्षा के बाद की जाएगी।
बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर बढ़ी चिंता
पिछले कुछ हफ्तों में कई स्कूलों से बच्चों के बीमार पड़ने की घटनाएँ सामने आईं। गर्मी के कारण बच्चों में निम्न समस्याएँ देखी गईं:
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सिर दर्द
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चक्कर आना
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डिहाइड्रेशन
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बुखार
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बेहोशी
इन मामलों को गंभीरता से लेते हुए जिला अधिकारियों ने बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए स्कूल बंद करने का निर्णय लिया है।
आंगनबाड़ी केंद्रों को लेकर नया निर्देश
गर्मी को देखते हुए सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को सुबह 9 बजे तक ही संचालित करने का निर्देश जारी किया गया है। इसके साथ ही पोषाहार वितरण का कार्य भी सुबह 9 बजे तक पूरा करना अनिवार्य किया गया है।
छुट्टी बढ़ने की मुख्य वजहें
कारण | विवरण |
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लू चलना | तापमान 45+ डिग्री तक |
बच्चों का बीमार होना | डिहाइड्रेशन, बुखार |
स्कूल में उपस्थिति कम | अभिभावकों ने बच्चों को घर में रखना शुरू किया |
अलर्ट | मौसम विभाग द्वारा रेड अलर्ट जारी |
क्या कॉलेज भी बंद किए गए हैं?
इस आदेश का प्रभाव केवल स्कूलों (1 से 8वीं कक्षा तक) पर है। कॉलेज, यूनिवर्सिटी और उच्चतर शिक्षा संस्थानों को लेकर फिलहाल कोई नया आदेश जारी नहीं हुआ है। लेकिन यदि स्थिति और बिगड़ती है, तो इन संस्थानों को भी बंद किया जा सकता है।
FAQ: छात्रों और अभिभावकों के लिए महत्वपूर्ण प्रश्न
Q1. क्या ऑनलाइन क्लासेज़ चालू रहेंगी?
फिलहाल कोई स्पष्ट निर्देश नहीं है, लेकिन कुछ स्कूल वर्कशीट और होमवर्क व्हाट्सएप के माध्यम से भेज सकते हैं।
Q2. क्या 9वीं से ऊपर की कक्षाएं चालू रहेंगी?
प्रशासन की अनुमति से कुछ जिलों में जारी रह सकती हैं, पर अधिकतर जगहें बंद रहेंगी।
Q3. कब तक बंद रहेंगे स्कूल?
फिलहाल कोई निश्चित तिथि नहीं दी गई है। मौसम सामान्य होते ही नए आदेश जारी होंगे।
Q4. क्या यह निर्णय पूरे भारत में लागू है?
यह राज्य और जिला स्तर पर मौसम की स्थिति के आधार पर लागू किया गया है।
प्रशासन की अपील
प्रशासन ने अभिभावकों से अपील की है कि वे:
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बच्चों को धूप में बाहर न निकलने दें।
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उन्हें ठंडे पेय पदार्थ, हल्का भोजन और पूरा आराम दें।
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बीमार होने की स्थिति में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
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बच्चों की उपस्थिति स्कूल खुलने पर ही सुनिश्चित करें।
निष्कर्ष
देशभर में भीषण गर्मी और लू को देखते हुए प्राथमिक कक्षाओं के बच्चों के लिए स्कूलों को बंद रखना सावधानीपूर्ण और सराहनीय कदम है। यह फैसला बच्चों की स्वास्थ्य सुरक्षा और मानसिक राहत के लिए जरूरी है।
जब तक मौसम अनुकूल नहीं होता, स्कूल दोबारा नहीं खुलेंगे। अभिभावकों को प्रशासनिक निर्देशों का पालन करते हुए बच्चों की सेहत और सुरक्षा को प्राथमिकता देनी चाहिए।